पाकिस्तान के पूर्व सैनिक शासक जनरल परवेज मुशर्रफ ने पाकिस्तान वापसी के बाद
से ही भारत के खिलाफ फिर से जहर उगलना शुरू कर दिया हैं। वतन वापसी के ठीक पहले
उन्होंने भारत के खिलाफ पाक में आतंकवाद को बढ़ावा देने और इसके लिए धन
मुहैया कराने का बयान दिया था। मगर सच तो वो अच्छे से जानते हैं की आतंकवादियो को कोन हथियार ओर पेसा देता हैं, एक तरफ भारत पर ये इल्जाम लगाया, ओर दूसरी तरफ अपने बयानो मे कहा की कारगिल युद्ध पर
उन्हें गर्व है। उन्होंने भारत के खिलाफ इसे फौज का एक सफल अभियान बताया
है। अब इतनी स्वीकारोक्ति के बाद भी भारत सरकार अपना मुह किस कारण से सील कर बेठी हैं ? अब तो सरकार को मामले को अंतर्राष्ट्रीय कोर्ट मे उठाना चाहिए | सेकड़ों हिन्दुस्तानी सेनिकों का खून बहाने ओर हजारो करोड़ो का नुकसान इसके कार्न देश को हुआ था |
कराची में पत्रकारो से वार्ता के दौरान जनरल मुशर्रफ ने कहा कि कारगिल युद्ध में पाक ने भारत को गर्दन से पकड़ लिया था। इस से पहले मुशर्रफ कारगिल पर अपनी भूमिका को लेकर उठने वाले सवालों से बचते रहे हैं और इस युद्ध के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं।
पाकिस्तान में ग्यारह मई को आम चुनाव होने हैं। ओर इसी कारण भारत के खिलाफ जहर उगलना चालू किया हैं, बाकी तो पांच साल तक निर्वासित जीवन जी रहे मुशर्रफ का गला किसी ने खूँटे से बांध कर रखा था शायद, 5 सालो तक ग्ले से आवाज ही नही निकली, वेसे मुशरर्फ अब कितने दिन अपनी सर-जमीन के ऊपर रहेंगे या नीचे कब्र मे, ये तो वक़्त ही बताएगा |
कराची में पत्रकारो से वार्ता के दौरान जनरल मुशर्रफ ने कहा कि कारगिल युद्ध में पाक ने भारत को गर्दन से पकड़ लिया था। इस से पहले मुशर्रफ कारगिल पर अपनी भूमिका को लेकर उठने वाले सवालों से बचते रहे हैं और इस युद्ध के लिए भारत को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं।
पाकिस्तान में ग्यारह मई को आम चुनाव होने हैं। ओर इसी कारण भारत के खिलाफ जहर उगलना चालू किया हैं, बाकी तो पांच साल तक निर्वासित जीवन जी रहे मुशर्रफ का गला किसी ने खूँटे से बांध कर रखा था शायद, 5 सालो तक ग्ले से आवाज ही नही निकली, वेसे मुशरर्फ अब कितने दिन अपनी सर-जमीन के ऊपर रहेंगे या नीचे कब्र मे, ये तो वक़्त ही बताएगा |
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