महाराष्ट्र में जहां एक तरफ आम जनता भयंकर सूखे के कारण पानी के लिए तरस रही हैं, ओर दूसरी तरफ महाराष्ट्र के शीर्ष पद पर बैठे उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने आम जनता की परेशानी को लेकर ऐसी शर्मनाक टिप्पणी की है, जो कोई आम इंसान भी कभी नही कहेगा | जी हाँ, शनिवार की रात उन्होंने एक जनसभा में मुंबई के आजाद मैदान में एक सूखा
पीड़ित किसान के अनशन करने का भरपूर मजाक उड़ाया। पवार ने अनशनकारी किसान के संदर्भ
में कहा, 'वह पिछले 55 दिनों से अनशन पर है। यदि डैम में पानी नहीं है तो
हम किस तरह पानी छोड़ें? क्या हम उसमें पेशाब करे ताकि डैम भर जाये ? यदि पीने के लिए
पानी नहीं है तो पेशाब होना भी तो संभव नहीं है।' वह इतने पर नहीं
रुके। राज्य में बिजली गुल होने पर मजाक में उन्होंने कहा, 'मैंने गौर
किया है कि जब से रात में बत्तियां गुल हो रही हैं बच्चे अधिक पैदा हो रहे
हैं। तब करने को और कोई काम नहीं रह जाता।" देश मे आए दिन होती इस तरह की बयानबाजी, ओर अजित पवार द्वारा एक जिम्मेदार पद पर होते हुये इस तरह के शर्मनाक बयान साबित करते हैं की, देश मे शीर्ष पदो पर बैठे लोगो का मानसिक संतुलन खो चुका हैं, ओर उनकी नजरों मे आम आदमी की कीमत कीड़े-मकोड़ो ज्यादा नही हैं, ओर सरकारी कार्य-प्रणाली से सब पहले से ही वाकिफ हैं, आम जनता की परेशानी को दूर करना तो दूर की बात, उल्टे उसकी परेशानी का मज़ाक बना कर अजित पवार ने साबित कर दिया की उन्हे आम जन की कोई परवाह नही हैं, तो क्या इसी लिए जनता ने उन्हे चुना था ?
सन्देश
देश में कहीं न कहीं हर व्यक्ति भ्रष्टाचार या रिश्वतखोरो का शिकार अवश्य हुआ हें, मगर इसका विरोध करने की बजाय सभी ने उसी को नियति मानते हुए आत्मसात कर लिया| अगर आप भी चाहते हें की ये सिस्टम बदले, तो पहल तो करनी ही होगी, तो अब वक्त आ गया हें की, भ्रष्ट हो चुके सिस्टम की शिकायत आप हमसे करे, आप दीजिए हमे कहीं भी हो रहे भ्रष्टाचार, घोटाले या रिश्वतखोर के बारे में जानकारी, हम करेंगे उसको खत्म करने की कोशिश, और अगर आप भी हें तेयार, लड़ने के लिए, और अगर हें साथ तो, हमारी टीम करेगी इसमे आपकी मदद |
अगर आपके पास हें भीलवाडा जिले में या कहीं भी, किसी भी, तरीके के हो रहे भ्रष्टाचार की जानकारी, तो हमारे पास कराये दर्ज अपनी शिकायत | आप चाहे आम आदमी हों, या सरकारी कर्मचारी बेफिक्र रहे, और विश्वास रखे, आपकी पहचान और जानकारी गुप्त रखी जायेगी | (और अगर आप अपनी पहचान नही देना चाहते, तो किसी भी मामले की जानकारी बाय पोस्ट (डाक) द्वारा भी भेज सकते हें|
शिकायत के लिए यहाँ संपर्क करे | अगर आप के पास उस से जुड़े दस्तावेज या अन्य कोई जानकारी हो तो भी भेजे | (मामले के सत्यापन के बाद ही अग्रिम कार्यवाही की जायेगी )
संपर्क करे या लिखे या फोन करे,
अध्यक्ष
(complain against corruption)
Om Kumar Vaishnav
Near Khara Kua, Nagori Mohlla
Gulmandi,Bhilwara (raj.)
mobile no. +91 94686 09984,
office + 91 95490 52649
E-MAIL KRE - kumar.om08@gmail.com
सोमवार, 8 अप्रैल 2013
शनिवार, 6 अप्रैल 2013
IAS अधिकारी को ड्यूटी ईमानदारी से करने की मिली सजा ...
सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और डीएलएफ के बीच
जमीन सौदे को रद कर सुर्ख़ियो में आए हरियाणा
के वरिष्ठ आइएएस अशोक खेमका को फिर से अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभाने का इनाम एक बार फिर एक ओर तबादला के रूप मे दिया गया। खेमका को हरियाणा बीज विकास निगम के प्रबंध निदेशक के पद से हटा दिया गया हैं, ओर अब अभिलेखाकार विभाग में सचिव बनाया है। पिछले 6 महीने के भीतर यह उनका दूसरा और 1 साल में चौथा तबादला है। खेमका को अपने 21 साल की नोकरी में 44 बार तबादलो का सामना करना पड़ा है।
इस बार उनका तबादला जर्मनी की एक कंपनी से दवा खरीद के मामले मे अनियमितता उजागर करने के कारण हुआ है, उन्होंने इस कीटनाशक दवा पर कई सवाल खड़े किए, जिसको कृषि विभाग ने नकार दिया था। खेमका को निगम के कर्मचारियों से भी जूझना पड़ा, भ्रष्ट अधिकारियों के कारण फिर से उन्हे तबादले का सामना करना पड़ा हैं, इस से तो यही साबित होता हैं की देश मे ईमानदारों की कोई जरूरत नही हैं उन्हे जानबूझ कर इस तरह परेशान किया जाता हैं, अगर यही हाल रहेगा, तो इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ेगा, आम जनता को आगे आकर ऐसे तबादलो का विरोध करना चाहिए, नही तो इसके नतीजे आम जनता को ही भुगतने पड़ेंगे |
के वरिष्ठ आइएएस अशोक खेमका को फिर से अपनी ड्यूटी ईमानदारी से निभाने का इनाम एक बार फिर एक ओर तबादला के रूप मे दिया गया। खेमका को हरियाणा बीज विकास निगम के प्रबंध निदेशक के पद से हटा दिया गया हैं, ओर अब अभिलेखाकार विभाग में सचिव बनाया है। पिछले 6 महीने के भीतर यह उनका दूसरा और 1 साल में चौथा तबादला है। खेमका को अपने 21 साल की नोकरी में 44 बार तबादलो का सामना करना पड़ा है।
इस बार उनका तबादला जर्मनी की एक कंपनी से दवा खरीद के मामले मे अनियमितता उजागर करने के कारण हुआ है, उन्होंने इस कीटनाशक दवा पर कई सवाल खड़े किए, जिसको कृषि विभाग ने नकार दिया था। खेमका को निगम के कर्मचारियों से भी जूझना पड़ा, भ्रष्ट अधिकारियों के कारण फिर से उन्हे तबादले का सामना करना पड़ा हैं, इस से तो यही साबित होता हैं की देश मे ईमानदारों की कोई जरूरत नही हैं उन्हे जानबूझ कर इस तरह परेशान किया जाता हैं, अगर यही हाल रहेगा, तो इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ेगा, आम जनता को आगे आकर ऐसे तबादलो का विरोध करना चाहिए, नही तो इसके नतीजे आम जनता को ही भुगतने पड़ेंगे |
गुरुवार, 4 अप्रैल 2013
भ्रष्टाचारियो का मुख्यालय AVVNL ....... पढे ओर शेयर करे
विधुत विभाग तो लगता हैं जेसे, देश भर के भ्रष्टाचारियो का मुख्यालय हैं | यहाँ से एक से बढ़कर एक भ्रष्टाचारी ओर भ्रष्टाचार के नये-नए तरीके सीखने को मिलेंगे, जी हाँ ओर अगर आपने आरटीआई 05 के अंतर्गत कोई सूचना मांग ली, तो आप का प्रार्थनापत्र पूरे राजस्थान मे घुमता रहेगा,
मेने एक भ्रष्ट अधिकारी जिसके खिलाफ रिश्वत लेने के कई मामलो मे AVVNL विभाग ने चार्जशीट दी हैं, उस अधिकारी श्याम सुंदर शर्मा पर्सनल ऑफिसर AVVNL के बारे मे लोकसूचना मांगी थी, तो उसके बचाव मे खुद बी एम गोयल चीफ इंजीनियर AVVNL उतार आए ओर उसे बचाने मे ओर मुझे सूचना न देने मे, अपनी तरफ से कोई कसर नही छोड़ी , ओर अब लगता हैं की मुझे श्याम सुंदर के बारे मे मांगी गयी लोकसूचना मुझे देने की उनकी कोई मंशा नही दिख रही, चलो कोई बात नही, एक बार पत्र द्वारा पहले AVVNL एम डी, अजमेर को ओर, सी एम डी श्री मान कुंजी लाल मीणा सा, को मामले से अवगत करा लेते हैं, नही तो बाद मे देखते हैं 10 दिन ओर इनको, नही तो मजबूरी मे पहले तो एसीबी मे परिवाद दायर कर इस भ्रष्टाचारी श्याम सुंदर को देखना पड़ेगा ओर सूचना ना देने के कारण ये तो दिख रहा हैं की मामलो मे कुछ तो गड़बड़ हैं, ओर उसके बाद बी एम गोयल के कारनामो की पोल भी खुले, इसके लिए भी तथ्य जुटा लिए हैं मेने, कुछ करना पड़ेगा बाकी इन्हे कानून की ओर आम जन की ताकत केसे पता चलेगी, ओर साथ ही देश ओर राज्य के पेसो को बर्बाद करने मे, ओर जनता को लूटने मे लगे इन कर्मचारियो की पोल तो खुलनी ही चाहिए | जय हिन्द ...
ओर अगर किसी को आरटीआई के मामलो मे कोई भी मदद की आवश्यकता हो तो मुझ से संपर्क करे | यहाँ क्लिक करे http://complainagainstcorruption.blogspot.in/
मेने एक भ्रष्ट अधिकारी जिसके खिलाफ रिश्वत लेने के कई मामलो मे AVVNL विभाग ने चार्जशीट दी हैं, उस अधिकारी श्याम सुंदर शर्मा पर्सनल ऑफिसर AVVNL के बारे मे लोकसूचना मांगी थी, तो उसके बचाव मे खुद बी एम गोयल चीफ इंजीनियर AVVNL उतार आए ओर उसे बचाने मे ओर मुझे सूचना न देने मे, अपनी तरफ से कोई कसर नही छोड़ी , ओर अब लगता हैं की मुझे श्याम सुंदर के बारे मे मांगी गयी लोकसूचना मुझे देने की उनकी कोई मंशा नही दिख रही, चलो कोई बात नही, एक बार पत्र द्वारा पहले AVVNL एम डी, अजमेर को ओर, सी एम डी श्री मान कुंजी लाल मीणा सा, को मामले से अवगत करा लेते हैं, नही तो बाद मे देखते हैं 10 दिन ओर इनको, नही तो मजबूरी मे पहले तो एसीबी मे परिवाद दायर कर इस भ्रष्टाचारी श्याम सुंदर को देखना पड़ेगा ओर सूचना ना देने के कारण ये तो दिख रहा हैं की मामलो मे कुछ तो गड़बड़ हैं, ओर उसके बाद बी एम गोयल के कारनामो की पोल भी खुले, इसके लिए भी तथ्य जुटा लिए हैं मेने, कुछ करना पड़ेगा बाकी इन्हे कानून की ओर आम जन की ताकत केसे पता चलेगी, ओर साथ ही देश ओर राज्य के पेसो को बर्बाद करने मे, ओर जनता को लूटने मे लगे इन कर्मचारियो की पोल तो खुलनी ही चाहिए | जय हिन्द ...
ओर अगर किसी को आरटीआई के मामलो मे कोई भी मदद की आवश्यकता हो तो मुझ से संपर्क करे | यहाँ क्लिक करे http://complainagainstcorruption.blogspot.in/
सदस्यता लें
संदेश (Atom)